A response to Isaiah 9:6
- Hub
- Jan 3
- 1 min read

Isaiah 9.6
"क्योंकि हमारे लिए एक बालक उत्पन्न हुआ है, हमें एक पुत्र दिया गया है, और प्रभुता उसके कंधों पर होगी, और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शांति का राजकुमार रखा जाएगा".
जन्म
अंधेरी रात, ठंडी मौसम, मरियम हैं प्रसव पीड़ा में,
नज़र लगाती अपनी शौहर की तरफ, वो भी थे उलझन में।
करें तो करें क्या अब, ख़ुदा का वाणी है ये,
वैसे हालातों में भी किया ख़ुदा को समर्पण।
न था कोई ज्ञान, न कोई अनुभव,
उसमें से आने वाला था सारा वैभव।
न कोई सीप, न ही कोई कला,
घर के नाम पर बस वही गौशाला।
क्या हालात होगा, न था कोई खानपान,
वैसे हालातों में भी किया ख़ुदा को समर्पण।
आखिर जन्म होता है उस अंधेरी रात में, लेकिन वो नूर है,
एक इंसान है, लेकिन ख़ुदा का औलाद है।
मां और अब्बा की आंखें नम हो गईं,
अपने औलाद को देखकर।
एक ख़ुदा, लेकिन उसका चरित्र अनेक।
प्यार का बादशाह, बुराइयों का विरोधी,
बुद्धिमान सलाहकार, सदा अब्बा, शांति का राजकुमार।
अनंतकाल का ख़ुदा, सबका बड़ा भाई,
टूटे मन वालों का दोस्त।
समर्पण से ही होता है चरित्र का पैदा,
ख़ुदा की वाणी को निहारने में ही है फायदा।
उसको ही समर्पण करने पर होती है रिहाई,
ख़ुदा को समर्पण से ही होती पहचान की जन्म।
नई जिम्मेदारियों का जन्म, आशा का जन्म, अनिश्चितता का जन्म, समर्पण का जन्म
यूसुफ और मरियम, तेरे उस समर्पण के लिए सलाम।
Caleb Neopany
Comments